Posts

Showing posts with the label व्यवसाय में सफलता

ज्योतिष अनुसार जिनकी जन्मकुंडली में होते हैं ये विशेष योग

Image
ज्योतिष शास्त्र में जन्मकुंडली को व्यक्ति के भविष्य का दर्पण माना जाता है। जन्मकुंडली में विभिन्न ग्रहों की स्थिति, राशि, भाव और योग के आधार पर यह तय होता है कि व्यक्ति का जीवन कैसा रहेगा। कुछ विशेष योग जन्मकुंडली में बनने पर व्यक्ति को अपार सफलता, धन-संपत्ति, यश और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। इस लेख में हम आपको उन विशेष योगों के बारे में बताएंगे जो किसी व्यक्ति की  जन्मकुंडली  में होने पर उसे जीवन में विशेष लाभ दिलाते हैं। 1. राजयोग राजयोग को ज्योतिष शास्त्र में सबसे शुभ योगों में से एक माना जाता है। यह योग तब बनता है जब जन्मकुंडली में केंद्र और त्रिकोण भाव के स्वामी परस्पर संबंध स्थापित करते हैं या उच्च के ग्रह इन स्थानों पर स्थित होते हैं। इस  राज योग के प्रभाव  से व्यक्ति को जीवन में उच्च पद, सम्मान, शक्ति और समृद्धि प्राप्त होती है। कैसे बनता है राजयोग? यदि केंद्र (1, 4, 7, 10 भाव) और त्रिकोण (1, 5, 9 भाव) के स्वामी आपस में संबंध बनाते हैं। यदि गुरु, शुक्र, शनि या सूर्य उच्च के होकर महत्वपूर्ण भावों में स्थित होते हैं। लग्नेश और नवमेश का शुभ संबंध होने पर भी...

क्या आपकी कुंडली में बिजनेस का योग है? जानें ज्योतिषीय उपाय

Image
  व्यवसाय (बिजनेस) करना हर किसी के बस की बात नहीं होती। कुछ लोग नौकरी में सफल होते हैं, जबकि कुछ लोग अपने व्यापार से बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंचते हैं। परंतु, क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी कुंडली (जन्मपत्री) में बिजनेस का योग है या नहीं? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी व्यक्ति की कुंडली में विशेष ग्रह योग और दशाएं होती हैं जो उसे व्यवसाय करने में सफलता दिलाती हैं। इस लेख में हम यह जानेंगे कि किन ग्रहों और योगों से   व्यापार में सफलता   मिलती है और साथ ही कुछ ज्योतिषीय उपाय भी बताएंगे जो आपके व्यवसाय को आगे बढ़ाने में सहायक होंगे। कुंडली में बिजनेस योग की पहचान ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ प्रमुख ग्रह और   कुंडली में व्यापार योग  के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ग्रह और भाव (हाउस) व्यापार योग को प्रभावित करते हैं। 1. दशम भाव (10वां घर) की स्थिति दशम भाव को कर्म भाव कहा जाता है। यह घर हमारे व्यवसाय,  करियर ज्योतिष  और पेशेवर जीवन को दर्शाता है। यदि इस भाव में शुभ ग्रह स्थित हों, तो व्यक्ति को व्यापार में सफलता मिलती है। 2. सप्...